Webinar on Impact of Addiction on Adolescent's Health

दिनांक 7 फरवरी 2022 को हमारी संस्था HELP Society एवं CoEAHD सर सुन्दर लाल हॉस्पिटल, वाराणसी के संयुक्त प्रयास से एक ऑनलाइन वेबिनार,"Impact of Addiction on Adolescent's Health"  का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य किशोर-किशोरियों के स्वास्थ्य पर विभिन्न प्रकार के मादक द्रव्य पदार्थो के व्यशन व् अन्य गलत चीजों क लत के प्रभावों के प्रति विद्यार्थियों को जागरूक करना था। इस कार्य्रकम में वक्ता के रूप में  शिव प्रकाश जी, सौरव कुमार जी, संजय कुमार सिंह जी, अंजलि गुप्ता जी, अरुण कुमार यादव जी, एवं आकांक्षा सिंह जी उपस्थित थे। 
कार्यक्रम का आरम्भ अरुण कुमार यादव जी (काउंसलर, CoEADH ) ने किशोरावस्था में नशे की लत के गंभीर प्रभावों के विषय में व्याख्यान के साथ हुआ।  आपने बताया कि किशोरावस्था में व्यक्तित्व  की एक प्रमुख अवस्था है इस अवस्था में किशोरों में नशे की लत जैसी गलत आदते पड़ने की संभावना अधिक होती है जो उनके स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ते है (जैसे; कैंसर, मानसिक रोग)। किशोरों के अधिकांशतः तम्बाकू (सिगेरट, गुटका, पान), शराब, बियर आदि की लत अधिक देखने को मिलती है, जिसका प्रमुख कारण गलत संगत, और अभिभावकों द्वारा अपने बच्चों पर ध्यान न देना है। 
कार्यक्रम में सौरव कुमार जी ( प्रमुख सलाहकार, हेल्प सोसाइटी) जी ने "किशोरों में नशे की लत" विषय प्रकाश डालते हुए बताया कि  किशोरो नशे की लत विभिन्न कारणों जैसे; परिवार में माता-पिता व किसी अन्य व्यक्ति द्वारा नशा करने, हमउम्र के दबाव में आकर, नशे के प्रभाव को जानने की उत्सुकता आदि से होता है।  विभिन्न अध्ययनों में पाया गया है कि भारत के विभिन्न राज्यों में किशोरों में नशीले पदार्थो के लत की प्रवित्ति बहुत बढ़ गयी है। नशे की लत के कारण किशोरों में मानसिक विकार और शारीरिक रोग भी अधिक होने लगे है। 
कार्यक्रम में शिव प्रकाश जी ( संस्था प्रमुख, हेल्प सोसाइटी) ने नशे की लत के कारण उत्त्पन्न होने वाले मानसिक रोगों के विषय में प्रकाश डालते हुए बताया कि नशे कि वैसे तो नशे की लत अपने आप में एक मानसिक रोग है परन्तु इसके कारण अन्य मानसिक रोग भी उत्त्पन्न होते है जैसे; डिप्रेशन, एंग्जायटी, डीलेरियम, पर्सनालिटी डिसऑर्डर्स आदि।  विभिन्न अध्ययनों में देखा गया है कि जो लोग नशे करते है उनमे तनाव से लड़ने की क्षमता प्रतिदिन कम होती जाती है जो नशे करने वाले व्यक्ति को गंभीर मानसिक रोग से ग्रसित कर देता है। किशोरों में जहाँ नशे लत के कारण विभिन प्रकार की मानसिक समस्या बढ़ी है वही इसके परिणाम स्वरूप उनमे आत्महत्या व् अपराध की प्रवित्ति भी बढ़ गयी है। 
कार्य्रकम में संजय कुमार सिंह जी ( काउंसलर, हेल्प सोसाइटी) ने "नशे की लत कैसे छोड़े" विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किसी भी प्रकार की समस्या क्यों न हो व्यक्ति अपने आत्मविश्वाश में वृद्धि कर उस समस्या से बहार निकल सकता है।  नशे की लत से मुक्ति के लिए व्यक्ति को स्वयं को तैयार करना होगा और ढृढ़ संकल्प लेना होगा और नशे की लत से मुक्ति के लिए विशेषज्ञों द्वारा बताये गए मार्गो को ईमानदारी और लगन के साथ पालन करना होगा।  इसके साथ ही अपने जीवनचर्या को बेहतर बनाकर स्वयं के स्वस्थ्य व व्यव्हार को बेहतर बनाना  होगा। 
कार्यक्रम में अंजलि गुप्ता जी ( पीएचडी, लखनऊ यूनिवर्सिटी) मध्यम वर्गीय परिवार के किशोरो में नशे की लत की समस्या विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि अध्ययनों में पाया गया कि भारत के मध्यम वर्गीय परिवार के किशोरो में नशे की लत पिछले कुछ वर्षो में काफी बढ़ी है।  किशोरो में नशे की लत जैसी गलत आदतों के बढ़ने के पीछे अभिभावकों द्वारा उनपर धयान न देने, फिल्मो में नशे की लत को दिखाने के, समूह के प्रभाव आदि कारण अधिक जिम्मेदार है। अभिभावकों को चाहिए की वे अपने बच्चो को नशे की लत से बचने के लिए जागरूक करने की अधिक आवश्यकता है। 
कार्यक्रम में आकांक्षा सिंह जी (काउंसलर, CoEADH ) ने मोबाइल एडिक्शन विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया की पिछले दो वर्षो में किशोरों में मोबाइल एडिक्शन की समस्या बहुत बढ़ गयी है जिससे उनकी शिक्षा और व्यव्हार पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिला है, बच्चे व् किशोरो में ऑनलाइन गेम की लत भी अधिक बढ़ गयी है जिसके कारण वे अधिक समय मोबाइल का प्रयोग करते है और मोबाइल के बिना नहीं रह पाते है। मोबाइल एडिक्शन के कारण किशोर चोरी, लड़ाई, हत्या, आत्म हत्या तक करने लगे है। ऐसे में अभिभावकों को चाहिए की वे अपने बच्चो को मोबाइल के सही इस्तेमाल करने व उसके प्रयोग का समय निर्धारित करने के लिए जागरूक करे। 
कार्यक्रम में कुल 25 विद्यार्थियों ने भाग लिया और कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। हमारी संस्था कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी वक्ताओं और प्रतिभागियों को धन्यवाद देती है और आप सभी से आशा करती है कि आप ऐसे ही आगे भी हमारी संस्था से जुड़े रहेंगे। 
 

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