इस कार्यक्रम शुभारम्भ विद्यालय के शिक्षक महोदय द्वारा स्वागत भाषण के साथ हुआ। इस कार्यक्रम का एक वीडियो हमारी संस्था द्वारा बनाया गया ताकि भविष्य में विद्यार्थी इसके माध्यम से जागरूक हो सके।
कार्यक्रम में अरुण कुमार यादव जी ने विद्यार्थियों को संतुलित आहार के महत्त्व व् पोषक तत्वों के विषय में जागरूक करते हुए बताया कि किशोरावस्था व्यक्ति के विकाश की एक महत्वपूर्ण अवस्था है जिसमे व्यक्ति शारीरिक व् मानसिक विकास होता है इस लिए इस अवस्था में उचित व् संतुलित आहार लेना अति आवश्यक है , संतुलित-आहार से हमारा आशय ऐसा भोजन जिसमे उचित मात्रा में सभी पोषक तत्व (क्रमशः प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाईड्रेड, वषा,एवं खनिज लवण ) उपस्थित हो। उचित आहार लेने से हमारे शरीर व् मन का विकास उचित ढँग से होता है और जो हमारे समूर्ण व्यक्तित्व विकास के लिए आवश्यक भी है। संतुलित आहार के साथ साथ हम सभी को प्रति दिन व्यायाम करना चाहिए और उचित जीवनचर्या का पालन करना चाहिए।
कार्यक्रम में हमारी संस्था के प्रमुख शिव प्रकाश जी ने विद्यार्थियों को तनाव प्रबंधन के विषय में जागरूक करते हुए बताया कि समाज में प्रत्येक व्यक्ति (सभी आयु वर्ग) किसी न किसी मात्रा में तनाव का सामना कर रहा है, तनाव व्यक्ति के स्वास्थ्य को निरंतर प्रभावित करता रहता है। उन्होंने तनाव को परिभाषित करते हुए बताया कि प्रत्येक व्यक्ति की कुछ विशेष क्षमताये और योग्यताये होती है , जब किसी परिस्थिति विशेष का सामना करता है अथवा किसी ऐसे कार्य को करने का प्रयास करता जो उसकी क्षमता व् योग्यता को प्रभावित करती है तो उन्हें जो मनोसमाजिक समस्या होती है वही तनाव है। तनाव से व्यक्ति का शारीरिक व् मानसिक स्वास्थ्य दोनों ही प्रभावित होता है। इसके अतरिक्त शिव प्रकाश जी ने तनाव से कैसे मुक्त हो सकते है उसके लिए कुछ महत्वपूर्ण तकनीक भी बतया।
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