कार्यक्रम का आरम्भ सौरव कुमार जी द्वारा कोरोना महामारी के दौरान विद्यार्थियों द्वारा सामना की गयी प्रमुख समस्याओं के विषय में प्रकाश डालते हुए बताया कि कोरोना महामारी के कारण विद्यार्थियों को बिभिन्न प्रकार की समस्याओ का सामना करना पड़ा। विद्यार्थियों को महामारी के दौरान प्रमुख तौर पर विद्यालयों का बंद होना या ऑनलाइन कक्षाएं चलना, लॉक डाउन, परिवार में आर्थिक समस्याएं, शारीरिक व मानसिक रोग का होना आदि समस्याओ का सामना करना पड़ा। इन मनोसामाजिक समस्याओं के कारण विद्यार्थियो की अधिगम क्षमता प्रभावित हुई।
कार्यक्रम में शिव प्रकाश जी ने तनाव प्रबंधन विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि कोरोना महारी के दौरान सामान्यतः प्रत्येक व्यक्ति द्वारा मनोसामाजिक तनाव का सामना करना पड़ा। तनाव व्यक्ति द्वारा किसी परिस्थिति विशेष में व्यक्तिगत क्षमता से अधिक दबाव के कारण महसूस किया जाने वाली मानसिक और शारीरिक समस्या है। वर्तमान महामारी की परिस्थिति में अधिकांश विद्यार्थियों में तनाव का स्तर भी बहुत बढ़ गया है। ऐसी स्थिति में तनाव प्रबंधन के विषय में विद्यार्थियों को जानना अधिक आवश्यक है। शिव प्रकाश जी ने अपने व्याख्यान में तनाव प्रबंधन की कई तकनिको के विषय में भी विद्यार्थियो को बताया।
कार्यक्रम में संजय कुमार सिंह जी ने अपने व्याख्यान में उत्तम जीवन चर्या और उसके महत्व को प्रकाशित किया इसके साथ ही आप ने बताया कि वर्तमान समय में जो परिस्थिया है उसमे विद्यार्थियों को अपने स्वास्थ्य व उत्तम विकाश हेतु सजग होने की अधिक आवयश्यकता है इसके लिए उन्हें उत्तम जीवन चर्या का पालन करना अधिक आवश्यक है। नियमित व अनुशासित होकर अपने जीवन में अच्छी आदतों को अपनाये, उचित आहार, व्यायाम, समय का प्रबंधन, और अपने से बड़ो के द्वारा मार्गदर्शन लेकर प्रत्येक कार्य करे।
हमारी संस्था द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में कुल 26 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। आप सभी ने कार्यक्रम में अपने अनुभवों व प्रश्नो को साँझा किया। हमारी संस्था द्वारा ऑनलाइन तनाव परिक्षण में कुल 30 विद्यार्थियो ने भाग लिया, जिसमे सभी के परिणामो को ईमेल या व्हाट्सप्प के माध्यम से संस्था द्वारा भेजा गया। इसके साथ वेबिनार में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को संस्था द्वारा एक ई-सर्टिफिकेट भी प्रदान किया।
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